बुधवार, 21 मई 2008

ग्रह (Planets)

भारतीय ज्योतिष के पश्चातवर्ती शास्त्रों में कुल मिलाकर नौ ग्रहों का उल्लेख किया गया है, जिनका प्रभाव मनुष्य के जीवन पर स्पष्टतया दृष्टिगोचर होता है। वे ग्रह हैं:-
सूर्य, चन्द्र, मंगल, बुध, बृहस्पति(गुरु), शुक्र, शनि, राहु और केतु
  • राहु और केतु सपिंड ग्रह नहीं हैं। वे छाया ग्रह कहलाते हैं। दो बिन्दुओं पर, जहाँ चन्द्रमा अपने परिभ्रमण से सूर्य के क्रांतिवृत्त(पथ) को काटता है, उसके उत्तर वाला स्थान राहु और उसके १८० अंश सामने का स्थान केतु कहलाता है। राहु और केतु, यद्यपि अन्य ग्रहों की भांति भौतिक पिंड नहीं हैं, तथापि इनका पृथ्वी पर शक्तिशाली प्रभाव पड़ता है और इसलिए उनको नौ ग्रहों मं सम्मिलित किया गया है।
  • उपर्युक्त ग्रहों में से राहु और केतु के अतिरिक्त सभी ग्रह सूर्य की परिक्रमा करते हैं। परिभ्रमण पश्चिम से पूरब की ओर होता है। चन्द्र पृथ्वी के सर्वाधिक निकट है तथा यह पृथ्वी की परिक्रमा करता है।

गोपाल

कोई टिप्पणी नहीं: